आगरा: GST चोरी करने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार, कई राज्यों में की करोड़ों की जालसाजी

आगरा: GST चोरी करने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार, कई राज्यों में की करोड़ों की जालसाजी

आगरा। देश के अलग-अलग राज्यों में 126 फर्जी फर्म खोलकर उसके जरिए 700 करोड़ रुपए का फर्जी कारोबार दिखाने वाले मास्टरमाइंड नितिन वर्मा को सेंट्रल जीएसटी (GST)  की टीम ने आगरा  के आवास विकास कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया है। इस बड़े जालसाजी कांड का एक सदस्य पहले ही गिरफ्तार हो चुका है और जमानत …

आगरा। देश के अलग-अलग राज्यों में 126 फर्जी फर्म खोलकर उसके जरिए 700 करोड़ रुपए का फर्जी कारोबार दिखाने वाले मास्टरमाइंड नितिन वर्मा को सेंट्रल जीएसटी (GST)  की टीम ने आगरा  के आवास विकास कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया है।

इस बड़े जालसाजी कांड का एक सदस्य पहले ही गिरफ्तार हो चुका है और जमानत पर है। नितिन की लंबे अरसे से जीएसटी टीम को तलाश थी और अब जाकर उसकी गिरफ्तारी हो पाई है। सीजीएसटी की टीम ने नितिन वर्मा को गिरफ्तार करने के साथ ही जेल भेज दिया। सीजीएसटी आगरा के कमिश्नर ललन कुमार के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। नितिन वर्मा पर आरोप है कि 2017 से 2019 के बीच फर्जी आधार नंबर, फाइल नंबर के जरिए 126 फर्जी भर में राजस्थान गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में बनाई।

इन फर्मों का अलग-अलग राज्यों में पंजीकरण हुआ और उनके बीच बिना माल के लेनदेन किए हुए 700 करोड़ रुपए के फर्जी इनवॉइस बिल और ई वे बिल जारी करके 102 करोड़ रुपए का आईटीसी क्लेम कर लिया गया था। नितिन वर्मा को उसके घर से गिरफ्तार करने के बाद सीजीएसटी की टीम ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.

आरोप है कि नितिन वर्मा ने 126 फर्जी कंपनियां बनाकर इस महाघोटाले को अंजाम दिया। उसने फेरी लगाने वाले ठेले लगाने वाले आदि के आधार कार्ड लिए और उनसे फर्जी फर्म खोलता चला गया। नितिन वर्मा का साथी चंद्र प्रकाश कृपलानी जनवरी 2020 में गिरफ्तार हो चुका है।

अब तब 400 करोड़ रुपए के लेनदेन की आशंका जताई गई थी। कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में फर्जी फर्म पंजीकृत कराई गई थी। 6 महिने बाद करोड़ों के ई वे बिल आईटीसी क्लेम कर इन फर्मों को बंद कर दिया गया था। बड़े ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर आयुक्तालय आगरा के कमिश्नर ललन कुमार ने बताया कि नितिन वर्मा की गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेज दिया गया है लेकिन उसके कुछ साथियों की तलाश अभी जारी है। बहुत जल्द सभी जालसाजों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।