गुलाम नबी के इस्तीफे के बाद मनीष तिवारी का बगावती तेवर, कहा- मैं कांग्रेस का किरायेदार नहीं

गुलाम नबी के इस्तीफे के बाद मनीष तिवारी का बगावती तेवर, कहा- मैं कांग्रेस का किरायेदार नहीं

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मैं इस पार्टी का किरायेदार नहीं, बल्कि सदस्य हूं। मनीष तिवारी ने अपनी पार्टी को नसीहत देते हुए कहा है कि जी-23 ने जो कांग्रेस सुप्रीमो को पार्टी की स्थिति को लेकर चिट्ठी लिखी …

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मैं इस पार्टी का किरायेदार नहीं, बल्कि सदस्य हूं।

मनीष तिवारी ने अपनी पार्टी को नसीहत देते हुए कहा है कि जी-23 ने जो कांग्रेस सुप्रीमो को पार्टी की स्थिति को लेकर चिट्ठी लिखी थी, अगर उसपर ध्यान दिया गया होता तो आज ऐसी स्थिति नहीं आती।

उन्होंने कहा, ‘2 साल पहले हम में से 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था और कहा था कि पार्टी की स्थिति चिंताजनक है। इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उस पत्र के बाद कांग्रेस सभी विधानसभा चुनाव हार गई। अगर कांग्रेस और भारत एक जैसे सोचते हैं तो लगता है कि दोनों में से किसी एक ने अलग सोचना शुरू कर दिया है।’

तिवारी ने कहा,’जिस व्यक्ति की हैसियत एक वार्ड चुनाव लड़ने की भी नहीं है, जो व्यक्ति कभी कांग्रेस नेताओं का चपरासी हुआ करता था, वह जब पार्टी के बारे में ज्ञान देता है तो हंसी आती है।‘ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।

कांग्रेस सांसद कहते हैं, ‘मैंने इस पार्टी को 42 साल दिए हैं। मैं यह पहले भी कह चुका हूं कि हम इस संस्था यानी कांग्रेस के किरायेदार नहीं हैं, हम पार्टी के सदस्य हैं। अब अगर आप हमें बाहर निकालने की कोशिश करेंगे तो यह दूसरी बात है। तब देखा जाएगा।’

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