किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट कर प्रशासन ने विफल किया रेल रोको आंदोलन

किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट कर प्रशासन ने विफल किया रेल रोको आंदोलन

बाराबंकी। लखीमपुर हिंसा मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से नाराज भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन की ओर से संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ रेल रोको आंदोलन की जोरदार तैयारी की गई थी। लेकिन पुलिस प्रशासन ने कई नेताओं को हाउस अरेस्ट करके उनके मंसूबो …

बाराबंकी। लखीमपुर हिंसा मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से नाराज भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन की ओर से संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ रेल रोको आंदोलन की जोरदार तैयारी की गई थी। लेकिन पुलिस प्रशासन ने कई नेताओं को हाउस अरेस्ट करके उनके मंसूबो पर पानी फेर दिया।

जिसमें टिकैत गुट के जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा, सतीश वर्मा व के. के. गुड्डू यादव को होम अरेस्ट करके प्रशासन के आला अधिकारियों की ओर से जिला अध्यक्ष को घर से बाहर नहीं निकलने पर मजबूर कर दिया। वहीं, किसान मोर्चा के कई नेताओं के होम अरेस्ट होने के बावजूद के.के. यादव के निर्देश पर युवा जिला अध्यक्ष अमित कुमार सोनी ने संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर रेल रोकने को लेकर सड़क पर उतर गए। प्रशासन के आला अधिकारियों ने गन्ना दफ्तर और बेगमगंज से लेकर रेलवे स्टेशन तक भारी फोर्स बल तैनात करते हुए उन्हें रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए थे।

वहीं, कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद करते हुए रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रहे थे। इसी बीच प्रशासन के आलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद के नेतृत्व में तैनात पुलिस बल ने पुलिस लाइन तिराहे पर बैरीगेटिंग करके रोक लिया। अपने प्रयास जारी रखते हुए किसान नेताओं ने पुलिस लाइन चौराहे पर एडीएम संदीप गुप्ता को राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा।

इस मौके पर आजाद भारती किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने लखीमपुर खीरी की घटना के दोषियों को सजा देकर जेल भेजे जाने की बात कही। प्रदर्शन करने वालों में श्रमिक किसान यूनियन के अमित कुमार सोनी, सुनील कुमार रिंकू, आशीष रस्तोगी, सुमत यादव, संयुक्त मोर्चा टिकैत गुट के रामबरन वर्मा, नगर अध्यक्ष मोहम्मद इस्माइल, जिला प्रवक्ता टिकैत मोहम्मद आशु, जिला सचिव कमालुद्दीन, मतीन फरीदी के साथ संयुक्त मोर्चा के सैकड़ों पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।