अल्मोड़ा: चौखुटिया तहसील में भी अतिवृष्टि ने मचाया तांडव, नदी में बाढ़ सुरक्षा के कार्य में लगे 80 मजदूरों ने भागकर बचाई जान 

अल्मोड़ा: चौखुटिया तहसील में भी अतिवृष्टि ने मचाया तांडव, नदी में बाढ़ सुरक्षा के कार्य में लगे 80 मजदूरों ने भागकर बचाई जान 

अल्मोड़ा, अमृत विचार। बुधवार की देर शाम चौखुटिया तहसील में हुई अतिवृष्टि ने यहां जमकर तांडव मचाया। तेज बारिश के कारण तहसील की कुठलाद नदी में उफान पर आ गई। जिस कारण महाकालेश्वर मंदिर से बसभीड़ा तक के अनेक गांव और कस्बों में स्थित लोगों के घरों के अंदर बारिश का पानी और मलबा घुस गया। इस दौरान नदी में बाढ़ सुरक्षा के काम में लगे अस्सी मजूदरों ने भी भागकर जैसे तैसे अपनी जान बचाई। जबकि बाढ़ सुरक्षा के काम में लगी जेसीबी व मिक्सर मशीनों समेत एक टैक्टर ट्राली भी नदी के मलबे में दब गई।

बुधवार को सुबह से आसमान में बादल छाए हुए थे। दिन में हल्की बूंदाबांदी हुई। लेकिन उसके बाद मौसम सामान्य हो गया। लेकिन देर शाम फिर से आसमान में काले बादल छा गए और तेज गर्जन के साथ बिजली चमकने लगी। इसी बीच मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। थोड़ी ही देर में तहसील की कुठलाद नदी और उसके सहायक गधेरे उफान पर आ गए। नदी के पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा और बड़े बड़े बोल्डर बहकर आने लगे।

इस दौरान कुठलाद नदी में बाढ़ सुरक्षा के काम में लगे करीब अस्सी श्रमिकों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। लेकिन निर्माण कार्य के लिए नदी में लगी दो जेसीबी मशीनें, एक मिक्सर मशीन और ट्रैक्टर ट्राली नदी के तेज बहाव की चपेट में आ गए और मलबे के नीचे दब गए। नदी के तेज बहाव के कारण बरसाती पानी मिरई निवासी हेमा देवी और नौगांव, बसभीड़ा व केशर बैराठ के अनेक ग्रामीणों के घरों में भी घुस गया। इधर तेज बारिश के कारण तहसील का बाखली गधेरा भी उफान पर आ गया।

जिस कारण चौखुटिया द्वाराहाट मोटर मार्ग पर भी बोल्डर और भारी मात्रा में मलबा एकत्र हो गया और यह मार्ग आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद हो गया। मार्ग बंद होने के कारण यहां कई वाहन जाम में फंस गए। बारिश बंद होने के बाद ग्रामीणों ने इसकी जानकारी तहसील में स्थापित कंट्रोल रूम में दी। जिसके बाद एसडीएम सुनील कुमार ने मोर्चा संभाला और वह पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम के साथ मौके की ओर रवाना हुए।

टीम के मौके पर पहुंचने के बाद रेस्क्यू शुरू किया गया और रात करीब एक बजे चौखुटिया द्वाराहाट मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारू किया गया। गुरुवार को भी तहसील प्रशासन की टीम अतिवृष्टि से हुए नुकसान और प्रभावित लोगों की मदद में जुटी रही। अतिवृष्टि के कारण स्थानीय लोगों के साथ ही यहां सिंचाई विभाग की कई नहरों व परिसंपत्तियों को नुकसान पहुंचा है।